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资治通鉴 091-100 .司马光.

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   [5]夏季,四月,前秦王苻坚到了雍州,祭祀五。六月,到河东,祭祀了土地神。

  [6]秋,八月,豫州刺史谢奕卒。奕,安之兄也。司徒昱以建武将军桓云代之。云,温之弟也。访于仆射王彪之,彪之曰:“云非不才,然温居上流,已割天下之半,其弟复处西藩;兵权萃于一门,非深根固蒂之宜。人才非可豫量,但当令不与殿下作异者耳。”昱颔之曰:“君言是也。”壬申,以吴兴太守谢万为西中郎将,监司·豫·冀·并四州诸军事、豫州刺史。

  [6]秋季,八月,东晋豫州刺史谢奕去世。谢奕是谢安的哥哥。司徒司马昱任命建武将军桓云替代他的职位。桓云是桓温的弟弟。司马昱就此去向王彪之询问意见,王彪之说:“桓云不是无能的人,然而桓温已经居守长江上游,管辖着天下的一半,他的弟弟再要掌握朝廷西部藩屏的重要军职,兵权集于一家之手,这不宜于使国家根基牢固。人才不是可以预料的,只应当让他不与殿下怀有二心而已。”司马昱点头说道:“你说得对。”壬申(二十一日),任命吴兴太守谢万为西中郎将,监司、豫、冀、并四州诸军事及豫州刺史。

  王羲之与桓温笺曰:“谢万才流经通,使之处廊庙,固是后来之秀;今以之俯顺荒余,近是违才易务矣。”又遗万书曰:“以君迈往不屑之韵,而俯同群碎,诚难为意也。然所谓通识,正当随事行藏耳。愿君每与士卒之下者同甘苦,则尽善矣。”万不能用。

  王羲之给桓温写信说:“谢万的才能足以经世治国,在时人中堪称通达,如果让他身居朝廷,肯定是后起之秀;如今让他屈身去治理兵荒马乱之后的边境,这就有些违背他的才能而任用了。”又给谢万写信说:“以阁下超越前贤、不屑于琐碎事务的风韵,而去屈身治理群民,主持军中琐细杂务,确实是难以称心。然而所谓通达的见识,正是应当适应环境的变化而决定如何行动。希望您经常与下层士兵同甘共苦,这就是完美的品行了。”但谢万却没能照此去办。

  徐、兖二州刺史荀羡有疾,以御史中丞郗昙为军司。昙,鉴之子也。

   徐、兖二州刺史荀羡患病,任命御史中丞郗昙为军司。郗昙是郗鉴的儿子。

  [7]九月,庚辰,秦王坚还长安,以太尉侯守尚书令。于是秦大旱;坚减膳彻乐,命后妃以下悉去罗纨;开山泽之利,公私共之,息兵养民;旱不为灾。

   [7]九月,庚辰(疑误),前秦王苻坚返回长安,任命太尉苻侯暂任尚书令。这时前秦发生大旱。苻坚减少了膳食,取消了歌乐,命令后妃以下的人全都换掉绢丝服装。开发山林湖泽,国家与百姓共同享用,停止战争,休养生息。所以虽遇大旱,但并没有引起灾荒。

  王猛日亲幸用事,宗亲勋旧多疾之,特进、姑臧侯樊世,本氐豪,佐秦主健定关中,谓猛曰:“吾辈耕之,君食之邪?”猛曰:“非徒使君耕之,又将使君炊之!”世大怒曰:“要当悬汝头于长安城门;不然,吾不处世!”猛以白坚,坚曰:“必杀此老氐,然后百寮可肃。”会世入言事,与猛争论于坚前,世欲起击猛;坚怒,斩之。于是群臣见猛皆屏息。

  王猛日益受到任用,王室亲属以及有功的旧臣对他都十分厌恶。特进、姑臧侯樊世,本是氏族的豪强,辅佐前秦国主苻健平定关中,他对王猛说:“我们耕种,你坐享其成吗?”王猛说:“不仅让你耕种,还要让你做成熟食!”樊世勃然大怒,说:“一定要把你的脑袋悬挂在长安城门上,不这样,我就不活在人世!”王猛把这些告诉了苻坚,苻坚说:“一定得杀掉这个氐族老夫,然后群臣百官才能恭敬从命。”恰好这时樊世进宫商讨事情,和王猛在苻坚面前争论起来,樊世想起身打王猛,苻坚大怒,把樊世杀了。从此,群臣百官见到王猛都连大气也不敢出。

  [8]赵之亡也,其将张平、李历、高昌皆遣使降燕,已而降晋,又降秦,各受爵位,欲中立以自固。燕主俊使司徒评讨张平于并州,司空阳鹜讨高昌于东燕,乐安王臧讨李历于濮。阳骛攻昌别将于黎阳,不拔。历奔荥阳,其众皆降。并州壁垒百余降于燕,俊以右仆射悦绾为并州刺史以抚之。平所署征西将军诸葛骧等帅壁垒百三十八降于燕,俊皆复其官爵。平帅众三千奔平阳,复请降于燕。

  [8]后赵灭亡的时候,其将领张平、李历、高昌都派遣使者投降了前燕,后来又投降了东晋,不久又投降了前秦,从各国分别接受了爵位,想以中立的方式自我保全。前燕国主慕容俊派司徒慕容评在并州讨伐张平,派司空阳鹜在东燕讨伐高昌,派乐安王慕容臧在濮城讨伐李历。阳鹜在黎阳攻打高昌另一部将的军队,没有攻破。李历逃奔荥阳,其兵众全部投降。并州一百多座营垒都投降了前燕,慕容俊任命右仆射悦绾为并州刺史安抚他们。张平统辖的征西将军诸葛骧等人率领一百三十八座营垒投降了前燕,慕容俊都恢复了他们的官职爵位。张平率领三千兵众逃奔到平阳,又一次向前燕请求投降。

  [9]冬,十月,泰山太守诸葛攸攻燕东郡,入武阳,燕主俊遣大司马恪统阳鹜及乐安王臧之兵以击之。攸败走,还泰山,恪遂渡河,略地河南,分置守宰。

   [9]冬季,十月,泰山太守诸葛攸攻打前燕的东郡,进入武阳后,前燕国主慕容俊派大司马慕容恪统领阳鹜及乐安王慕容臧的部队迎击。诸葛攸被打败逃跑,回到了泰山。慕容恪渡过黄河,占据河南,分别设置了地方官史。

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