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资治通鉴 191-200 .司马光.

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  太宗当夜召集文武大臣商议战事,命令李世率领一万五千名步骑兵在西岭布阵;长孙无忌率领一万一千名精锐士兵做为奇兵,从山的北面穿越峡谷以冲击高丽军队的后尾;太宗亲自带领四千步骑兵,挟带鼓和号角,放倒旗帜,登上北山;又敕令各路军听见鼓和号角声一齐出兵进击。又命有关部门在朝堂边上大张接受投降的帷幕。戊午(二十二日),延寿等人只见李世在布阵,便勒令士兵欲迎战。太宗望见长孙无忌的部队尘土飞扬,便令擂鼓、吹号角,高举大旗,各路兵马鼓噪呐喊着一同进攻,高延寿等大为惊慌,想要分兵几路击退唐军,然而高丽军的阵形已经乱了。正赶上天降大雨,雷电交加,龙门人薛仁贵身穿奇异服装,大声呼喊着冲锋陷阵,所向无敌。高丽士兵纷纷逃窜,唐朝大军乘胜追击,高丽兵大溃败,二万多人被杀。太宗看见薛仁贵,便召见他并拜为游击将军。仁贵是薛安都的六世孙,名礼,以字称呼。

  延寿等将余众依山自固,上命诸军围之,长孙无忌悉撤桥梁,断其归路。己未,延寿、惠真帅其众三万六千八百人请降,入军门,膝行而前,拜伏请命。上语之曰:“东夷少年,跳梁海曲,至于摧坚决胜,故当不及老人,自今复敢与天子战乎?”皆伏地不能对。上简耨萨以下酋长三千五百人,授以戎秩,迁之内地,馀皆纵之,使还平壤;皆双举手以颡顿地,欢呼闻数十里外。收三千三百人,悉坑之,获马五万匹,牛五万头,铁甲万领,他器械称是。高丽举国大骇,后黄城、银城皆自拔遁去,数百里无复人烟。

  高延寿等人带领残余士兵依山固守,太宗命令各路兵马合围,长孙无忌将所有桥梁撤掉,以断绝其归路。己未(二十三日),延寿、惠真率领高丽士兵三万六千八百人请求投降,走到军门,跪下用膝盖前行,磕头请罪。太宗对他们说:“东夷少年,可以在僻壤海隅横行,至于摧毁坚固堡垒决战取胜,肯定赶不上一位老年人,今后还敢与大唐天子交战吗?”延寿等人都趴在地上不敢答话。太宗挑出耨萨以下酋长三千五百人,给他们军服职位,将他们迁居内地,其余将士都放了,让他们返回平壤;众人都高举双手以头撞地,欢呼声闻几十里外。太宗将被俘的三千三百名士兵全部活埋,总共获得五万匹马,五万头牛,一万领铁甲,各种器械上万。高丽全国震惊,后黄城、银城百姓都空城逃走,几百里内不再有人烟。

  上驿书报太子,仍与高士廉等书曰:“朕为将如此,何如?”更名所幸山曰驻骅山。

  太宗传驿书通报给太子,又写信问高士廉等人说:“朕做为带兵的将领怎么样?”将所途经的山改名为驻骅山。

  秋,七月,辛未,上徙营安市城东岭。己卯,诏标识战死者尸,俟军还与之俱归。戊子,以高延寿为鸿胪卿,高惠真为司农卿。

  秋季,七月,辛未(初五),太宗将营帐迁到安市城东岭。己卯(十三日),太宗诏令将战死的将士尸首标识姓名,等到回师返朝时一同带回。戊子(二十二日),任命高延寿为鸿胪寺卿,高惠真为司农寺卿。

  张亮军过建安城下,壁垒未固,士卒多出樵牧,高丽兵奄至,军中骇扰。亮素怯,踞胡床,直视不言,将士见之,更以为勇。总管张金树等鸣鼓勒兵击高丽,破之。

  张亮的部队经过建安城下,尚未坚固壁垒,士兵们便大多出外割柴草打野物,高丽兵突然赶到,军中大乱。张亮平时就胆小,蹲坐在胡床上,眼睛直愣愣地看着前方说不出话来,将士们见此情景,反倒认为张亮勇敢。总管张金树等人敲鼓聚集兵马反击高丽兵,将其击退。

  八月,甲辰,候骑获莫离支谍者高竹离,反接诣军门,上召见,解缚问曰:“何瘦之甚?”对曰:“窃道间行,不食数日矣。”命赐之食,谓曰:“尔为谍,宜速反命。为我寄语莫离支:欲知军中消息,可遣人径诣吾所,何必间行辛苦也!”竹离徒跣,上赐而遣之。

  八月,甲辰(初八),巡卫骑兵抓住了莫离支手下的间谍高竹离,将其反绑双手押送到军营,太宗亲自召见他,为他松绑问道:“你怎么这么瘦呢?”答道:“我偷偷地走小道,已经有几天没吃东西了。”太宗命人赐给他食物,对他说:“你身为间谍,应当迅速回去复命。你替我告诉莫离支:想要知道我方军中情形,可以派人直接到我们的营地,何必偷偷摸摸地这么辛苦呢?”高竹离光着脚,太宗赐给他草鞋打发他回去。

  丙午,徙营于安市城南。上在辽外,凡置营,但明斥候,不为堑垒,虽逼其城,高丽终不敢出为寇抄,军士单行野宿如中国焉。

  丙午(初十),唐朝军队将营帐迁到安市城南。太宗在辽东一带,凡是设置军营,只是在明处设置岗哨,而不设沟堑堡垒,即使逼近高丽城堡,高丽军队也不敢出兵骚扰,唐朝士兵们单人行路野外露宿便如同在中原时一样。

  上之伐高丽也,薛延陀遣使入贡,上谓之曰:“语尔可汗,今我父子东征高丽,汝能为寇,宜亟来!”真珠可汗惶恐,遣使致谢,且请发兵助军;上不许。及高丽败于驻骅山,莫离支使说真珠,啖以厚利,真珠慑服不敢动。九月,壬申,真珠卒,上为之发哀。

  太宗将要讨伐高丽时,正好薛延陀派使者到朝中进献贡品,太宗对来使说:“告诉你们的可汗,如今我们父子二人要亲自带兵东征高丽,你们想要侵犯,就立刻来!”真珠可汗听此言极为恐惶,忙派使者前来谢罪,并且请求派薛延陀兵前来协助攻打高丽;太宗没有答应,等到高丽军队在驻骅山被打得大败,莫离支便让人劝说真珠可汗,以丰富的利益加以引诱,真珠可汗慑服于唐朝的力量而未敢有所举动。九月,壬申(初七),真珠可汗死去,太宗为他举哀发丧。

  初,真珠请以其庶长子曳莽为突利失可汁,居东方,统杂种;嫡子拔灼为肆叶护可汗,居西方,统薛延陀;诏许之,皆以礼册命。曳莽性躁扰,轻用兵,与拔灼不协。真珠卒,来会丧。既葬,曳莽恐拔灼图己,先还所部,拔灼追袭杀之,自立为颉利俱利薛沙多弥可汗。
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