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资治通鉴 201-210 .司马光.

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  [10]丁亥,以黄门侍郎颍郭待举、兵部侍郎岑长倩、秘书员外少监·检校中书侍郎鼓城郭正一、吏部侍门下同承受进止平章事。上欲用待举等,谓韦知温曰:“待举等资任尚浅,且令预闻政事,未可与卿等同名。”自是外司四品已下知政事者,始以平章事为名。长倩,文本之兄子也。

  [10]丁亥(二十四日),唐朝任命黄门侍郎颍川人郭待举、兵部侍郎岑长倩、秘书员外少监兼检校中书侍郎鼓城人郭正一、吏部侍郎鼓城人魏玄同一并与中书门下同承受进止平章事。高宗想重用郭待举等,对崔知温说:“郭待举等声望和经历还浅,先让他们参预政事,还不能和你们有同样的官号。”从此,宫外官署四品以下主持政事的人,开始用平章事的名称。岑长倩是岑文本哥哥的儿子。

  先是,玄同为吏部侍郎,上言铨选之弊,以为:“人君之体,当委任而责成功,所委者当,则所用者自精矣。故周穆王命伯为太仆正,曰:‘慎简乃僚。’是使群司各求其小者,而天子命其大者也。乃至汉氏,得人皆自州县补署,五府辟召,然后升于天朝,自魏、晋以来,始专委选部。夫以天下之大,士人之众,而委之数人之手,用刀笔以量才,按簿书而察行,借使平如权衡,明如水镜,犹力有所极,照有所穷,况所委非人而有愚暗阿私之弊乎!愿略依周、汉之规以救魏、晋之失。”疏奏,不纳。

  这以前,魏玄同任吏部侍郎,上书指出铨选官吏中的弊病,认为:“君主的根本,应当是委任人而督责他成就事业,所委任的人适当,则被使用的人自然精干。所以周穆王任命伯为太仆正,说‘谨慎选择你的属官’。这是让各部门各自寻找职位低的官员,而天子任命职位高的官员。到了汉代,得到人材都是先由州县授官,由太傅、太尉、司徒、司空、大将军等五府征召任用,然后提升进入朝廷,自魏、晋以来,选官才专门委托吏部。以天下的广大,士人的众多,而交托于几个人之手,用个人写的公文来衡量他的才能,按官府的文书档案去考察他的品行,即使公平如秤,明澈如同水和镜子,还会能力有所极限,照视有所穷尽,何况所委托的人不适当而发生愚昧无知和偏袒的弊病呢!希望大致依照周代、汉代的办法以补救魏、晋以来的失误。”奏疏上达,没有被采纳。

  [11]五月,东都霖雨。乙卯,洛水溢,溺民居千余家。关中先水后旱、蝗,继以疾疫,米斗四百,两京间死者相枕于路,人相食。

  [11]五月,东都洛阳下连绵大雨,乙卯(二十三日),洛水泛滥,淹没居民房屋一千余家。关中地区先水灾后旱灾、蝗灾,接着又流行瘟疫,一斗米涨价至四百钱,两京之间的路上死尸横七竖八,相互枕藉,甚至发生人吃人的惨状。

  [12]上既封泰山,欲遍封五岳,秋,七月,作奉天宫于嵩山南。监察御史里行李善感谏曰:“陛下封泰山,告太平,致群瑞,与三皇、五帝比隆矣。数年以来,菽粟不稔,饿殍相望,四夷交侵,兵车岁驾;陛下宜恭默思道以禳灾谴,乃更广营宫室,劳役不休,天下莫不失望。臣忝备国家耳目,窃以此为忧!”上虽不纳,亦优容之。自褚遂良、韩瑗之死,中外以言为讳,无敢逆意直谏,几二十年;及善感始谏,天下皆喜,谓之“凤鸣朝阳”。

  [12]唐高宗封泰山后,又想遍封五岳,秋季,七月,营造奉天宫于嵩山南面。监察御史里行李善感进谏说:“陛下封泰山,向上天报告太平,招致众多的吉兆,可与三皇、五帝比兴盛。近几年以来,粮食歉收,饿死的人到处都是,四夷交相侵犯,兵车连年出动。陛下应当恭敬静默地思索治道以消除上天降下的灾害,却又广造宫室,劳役没有休止的时候,天下百姓无不感到失望。我忝列国家的耳目,私下为此而忧虑!”唐高宗虽不采纳他的意见,但也宽容他。自褚遂良、韩瑗死后,朝廷内外官员都以多说话为忌讳,不敢违背皇帝的意思直言规劝几乎有二十年时间;及至李善感开始进谏,天下人都高兴,称之为“凤鸣朝阳”,认为是天下太平的征兆。

  [13]上遣宦者缘江徒异竹,欲植苑中。宦者科舟载竹,所在纵暴;过荆州,荆州长史苏良嗣囚之,上疏切谏,以为:“致远方异物,烦扰道路,恐非圣人爱人之意。又,小人窃弄威福,亏损皇明。”上谓天后曰:“吾约束不严,果为良嗣所怪。”手诏慰谕良嗣,令弃竹江中。良嗣,世长之子也。

  [13]高宗派遣宦官沿长江运送奇异的竹子,准备栽种在宫苑中。宦官们征用船只装载竹子,到处恣行暴虐;路过荆州时,荆州长史苏良嗣将他们囚禁起来,上书直言极谏,认为:“为取得远方奇异物品,烦扰沿途百姓,恐怕不是圣人爱护人民的本意。同时,小人擅自耍弄威权,也有损皇帝的圣明。”高宗对天后武则天说:“我约束不严,果然被苏良嗣责怪。”于是亲自写诏书,抚慰和指示苏良嗣,命令他将竹子抛弃江中。苏良嗣是苏世长的儿子。

  [14]黔州都督谢希天后意,逼零陵王明令自杀,上深惜之,黔府官属皆坐免官。后寝于平阁,与婢妾十余人共处,夜,失其首。垂拱中,明子零陵王俊、黎国公杰为天后所杀,有司籍其家,得首,漆为秽器,题云谢,乃知明子使刺客取之也。

  [14]黔州都督谢迎合天后武则天的意旨,逼迫零陵王李明自杀,高宗深为惋惜,黔州都督府官属都因此被免职。后来谢睡在平阁,与婢妾十多人在一起,一天夜里,丢掉了脑袋。后来垂拱年间,李明的儿子零陵王李俊、黎国公李杰被天后武则天杀死,有关部门没收他的家产,得到谢的脑袋,已被涂上漆做成盛尿器皿,题款为“谢”,这才知道是李明的儿子当年派刺客取走了他的脑袋。

  [15]太子留守京师,颇事游畋,薛元超上疏规谏;上闻之,遣使者慰劳元超,仍召赴东都。

  [15]太子留守京师长安,常常游猎,薛元超上书规劝;高宗知道后,派使者慰劳薛元超,同时把太子召到东都洛阳。

  [16]吐蕃将论钦陵寇柘、松、翼等州。诏左骁卫郎将李孝逸、右卫郎将卫蒲山发秦、渭等州兵分道御之。

  [16]吐蕃将领论钦陵侵掠唐朝柘、松、翼等州。高宗命令左骁卫郎将李孝逸、右卫郎将卫蒲山征发秦、渭等州兵卒分道抵御。
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