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资治通鉴 241-250 .司马光.

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  上又命李德裕代刘沔答回鹘相颉干迦斯书,以为:“回鹘远来依投,当效呼韩邪遣子入侍,身自入朝。及令太和公主入谒太皇太后,求哀乞怜,则我之救恤,无所愧怀。而乃睥睨边城,桀骜自若,邀求过望,如在本蕃,又深入边境,侵暴不已,求援继好,岂宜如是!来书又云胡人易动难安,若令忿怒,不可复制。回鹘为纥吃斯所破,举国将相遗骸弃于草莽,累代可汗坟墓,隔在天涯,回鹘忿怒之心,不施于彼,而蔑弃仁义,逞志中华,天地神祗岂容如此!昔郅支不事大汉,竟自夷灭,往事之戒,得不在怀!”

  武宗又命宰相李德裕代河东节度使刘沔起草答复回鹘宰相颉干迦斯的书信,信中说:“回鹘远来投靠我国边境,应当效法当年匈奴呼韩邪单于投靠汉朝时,派遣儿子入京侍卫,并且亲自来京城拜见汉宣帝的榜样。现在,如果可汗同意让太和公主来京城看望她的母亲郭皇后,届时请求朝廷可怜回鹘国破人亡,那么,朝廷救济你们,也就无愧于心了。但是,你们却一直桀傲不驯,鄙视我国的边防军将,不断提出非份的要求,就好象是在自己部落中一样。有时,甚至还出兵深入到我国境内,侵扰掠夺不已。你们一再请求援助,两国和好,难道就是这样吗!前不久,你来信又说回鹘人性情躁动,难以安定,如果不满足要求把他们激怒,就无法制止。我认为,回鹘被黠戛斯灭亡,将相大臣的遗骨都被抛弃在荒草中,历代可汗的陵墓远隔天涯海角,回鹘人的怒气不往黠戛斯身上发泄,却蔑视朝廷,抛弃仁义,在我国逞威。天地神灵如果知道的话,怎么能够容忍你们这样做!过去,匈奴郅支单于不顺从汉朝,结果被消灭。前车之鉴,怎能不认真记取!”

  戊子,李德裕等上言,“若如前诏,河东等三道严兵守备,俟来春驱逐,乘回鹘人困马羸之时,又官军免盛寒之苦,则幽州兵宜令止屯本道以俟诏命。若虑河冰既合,回鹘复有驰突,须早驱逐,则当及天时未寒,决策于数月之间。以河朔兵益河东兵,必令收功于两月之内。今闻外议纷纭,互有异同,傥不一询群情,终为浮辞所挠。望令公卿集议!”诏从之。时议者多以为宜俟来春。

  戊子(二十七日),宰相李德裕等人上言说:“按照陛下前日所下诏书,命河东等三道严兵守备,等来年春天出兵驱逐回鹘。这样,既可乘回鹘人困马乏的大好时机,又可免除官军严冬出兵不堪寒冷的苦恼。按照这个部署,则应当命幽州兵暂且屯防本道,等待朝廷诏令。如果陛下担忧黄河在冬天结冰后,回鹘再次纵兵侵扰,打算早日出兵驱逐他们,那么,就应当在天气尚未寒冷以前,尽早作出决策,把河朔藩镇的兵力调拨给河东,争取在两个月内完成战斗。现在听说朝廷议论纷纷,对作战方案各持己见,如果不广泛听取百官意见,恐怕陛下的决心终究会被某些不切实际的意见所阻挠,希望召集百官进行商议!”武宗批准。百官多数人认为等明年春天出兵为妥。

  九月,以刘沔兼招抚回鹘使,如须驱逐,其诸道行营兵权令指挥;以张仲武为东面招抚回鹘使,其当道行营兵及奚、契丹、室韦等并自指挥。以李思忠为河西党项都将回鹘西南面招讨使;皆会军于太原。令沔屯雁门关。

  九月,唐武宗任命河东节度使刘沔兼招抚回鹘使。同时下令,如出兵驱逐回鹘,凡各道抵达前线的行营兵马一律由刘沔暂时指挥;任命张仲武为东面招抚回鹘使,指挥幽州的行营兵和奚族、契丹族、室韦族的部落兵;任命李思忠为河西党项都将、回鹘西南面招讨使。各道兵马都赶赴太原集中。又命刘沔率兵屯防雁门关。

  初,奚、契丹羁属回鹘,各有监使,岁督其贡赋,且唐事。张仲武遣牙将石公绪统二部,尽杀回鹘监使等八百余人。仲武破那颉啜,得室韦酋长妻子。室韦以金帛羊马赎之,仲武不受,曰:“但杀监使则归之!”

  当初,奚族、契丹族都隶属于回鹘。回鹘在这两个民族的部落中分别设置了监使,每年督征上贡回鹘的赋税,并且侦察唐朝的动向。这时,幽州节度使张仲武命牙将石公绪统辖奚族和契丹族部落,把回鹘的监使等八百多人一律诛杀。张仲武打败那颉啜后,俘获室韦酋长的妻子,室韦派人用金子、丝帛、牛马前来赎回,张仲武拒不接受,说:“只要杀死回鹘的监使,我就把她送回!”

  癸卯,李德裕等奏:“河东奏事官孙俦适至,云回鹘移营近南四十里。刘沔以为此必契丹不与之同,恐为其掩袭故也。据此事势,正堪驱除。臣等问孙俦,若与幽州合势,迫逐回鹘,更须益几兵。俦言不须多益兵,唯大同兵少,得易定千人助之足矣。”上皆从之。诏河东、幽州、振武、天德各出大兵,移营稍前,以迫回鹘。

  癸卯(十二日),宰相李德裕等人上奏:“河东的奏事官孙俦刚才来京城,报告说回鹘往南迁移了四十里,刘沔认为这肯定是契丹族与回鹘不和,回鹘恐怕被契丹袭击的缘故。根据这个情况,现在正是出兵驱除回鹘的大好时机。我们已问孙俦,如果河东和幽州联合出兵驱逐回鹘,还要增加多少兵力。孙俦说不用增加多少,只是大同军的兵力少,只要得易定一千人援助就足够了。”武宗都予以批准,下诏命河东、幽州、振武、天德各出动大军,军营逐渐向边境迁移,以便逼迫回鹘。

  [14]上闻太子少傅白居易名,欲相之,以问李德裕。德裕素恶居易,乃言居易衰病,不任朝谒。其从父弟左司员外郎敏中,辞学不减居易,且有器识。甲辰,以敏中为翰林学士。

  [14]唐玄宗听说太子少傅白居易很有名望,打算任命他为宰相,于是,问宰相李德裕。李德裕向来厌恶白居易,因而说白居易衰老多病,不堪担负朝廷重任。白居易的堂弟左司员外郎白敏中的学问不低于白居易,而且很有见识和器量。甲辰(十三日),武宗任命白敏中为翰林学士。

  [15]李思忠请与契、沙陀、吐谷浑六千骑合势击回鹘。乙已,以银州刺史何清朝、蔚州刺史契通分将河东蕃兵诣振武,受李思忠指挥。通,何力之五世孙。

  [15]李思忠请求率兵和契、沙陀、吐谷浑族六千骑兵联合攻击回鹘。乙巳(十四日),唐武宗命银州刺史何清朝、蔚州刺史契通分别率领河东的各族蕃兵前往振武,受李思忠指挥。契通是契何力的第五代子孙。

  [16]冬,十月,丁卯,立皇子岘为益王,岐为兖王。

  [16]冬季,十月,丁卯(初七),唐武宗立儿子李岘为益王,李岐为兖王。
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