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资治通鉴 281-290 .司马光.

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  有人劝桑维翰逃走,他说:“我是大臣,逃了又往哪里去!”静坐待命。张彦泽以皇帝的命令召桑维翰入宫,桑维翰来到天街时,遇见李崧,停下马来说话未完,就有军吏在马前揖请桑维翰去侍卫司,他知道自己难免一死,回头对李崧说:“您这位侍中主持国政,现在国家灭亡,反而要让我去死,为什么呢?”李崧脸上露出惭愧的表情。张彦泽傲慢地倚坐接见桑维翰,桑维翰指责他道:“去年从罪人之中把你提拔出来,又让你管辖一个大的藩镇,授予你兵权,你怎么能如此负恩!”张彦泽无话可答,派兵看守住桑维翰。

  宣徽使孟承诲,素以佞巧有宠于帝,至是,帝召承诲,欲与之谋,承诲伏匿不至;张彦泽捕而杀之。

  宣徽使孟承诲一贯以乖巧谄媚受后晋出帝宠信,到这时,后晋出帝召他,想和他商议事情,孟承诲藏匿起来不到;张彦泽把他捉住而杀掉。

  彦泽纵兵大掠,贫民乘之,亦争入富室,杀人取其货,二日方止,都城为之一空。彦泽所居山积,自谓有功于契丹,昼夜以酒乐自娱,出入骑从常数百人,其旗帜皆题“赤心为主”,见者笑之。军士擒罪人至前,彦泽不问所犯,但嗔目竖三指,即驱出断其腰领。彦泽素与门使高勋不协,乘醉至其家,杀其叔父及弟,尸诸门首。士民不寒而。

  张彦泽放纵士兵大肆抢掠,贫民趁乱也争着闯入富人家里杀人抢钱财,两天才停止,而都城已经被洗劫一空。张彦泽的住处里钱财宝物堆积如山,他自认为有功于契丹,不分昼夜地饮美酒、听歌乐,纵情娱乐;每次出入跟随的骑兵常有几百名,他的旗帜上都题有“赤心为主”四字,见到的无不耻笑他。军士抓获罪人押到跟前,他不问所犯何罪,只瞪起眼睛竖起中指,就拉出去腰斩。张彦泽素来与门使高勋不融洽,就乘酒醉来到他家,杀死他的叔父和弟弟,陈尸门前。士民见了不寒而。

  中书舍人李涛谓人曰:“吾与其逃于沟渎而不免,不若往见之。”乃投刺谒彦泽曰:“上书请杀太尉人李涛,谨来请死。”彦泽欣然接之,谓涛曰:“舍人今日惧乎?”涛曰:“涛今日之惧,亦犹足下昔年之惧也。向使高祖用涛言,事安至此!”彦泽大笑,命酒饮之。涛引满而去,旁若无人。

  中书舍人李涛对人说:“我与其逃到水沟里而不免一死,就不如前去见他。”于是投上名刺谒见张彦泽,说:“上书请杀太尉人李涛,谨来请死。”张彦泽欣然接见了他,问李涛:“你今天害怕了?”李涛说:“我今天的害怕,就像你当年的害怕一样。过去如果高祖听我李涛的话,事情哪能到这地步!”张彦泽听了放声大笑,命人拿酒来给李涛喝,李涛斟满杯后一饮而尽,然后旁若无人地走了。

  甲戌,张彦泽迁帝于开封府,顷刻不得留,宫中恸哭。帝与太后、皇后乘肩舆,宫人、宦者十余人步从。见者流涕。帝悉以内库金珠自随。彦译使人讽之曰:“契丹主至,此物不可匿也。”帝悉归之,亦分以遗彦泽,彦泽择取其奇货,而封其余以待契丹。彦泽遣控鹤指挥使李筠以兵守帝,内外不通。帝姑乌氏公主赂守门者,入与帝诀,归第自经。帝与太后所上契丹主表章,皆先示彦泽,然后敢发。

  甲戌(十八日),张彦泽把出帝迁往开封府,而且片刻不让停留,宫里大哭。出帝和太后、皇后坐着肩舆,宫人、宦官十几人步行跟随。路上见到的人都流下眼泪。出帝把内库的金银珠宝都随身带走,张彦泽派人规劝他说:“契丹主来时,这些东西无法藏匿。”出帝将这些财宝都放回内库,也分一部分给张彦泽;张彦泽选取其中的奇珍异宝,封存其余留待契丹。张彦泽派控鹤指挥使李筠率兵看守出帝,出帝和外界的联系不通。出帝的姑姑乌氏公主贿赂看门人,进来与出帝诀别,然后回到家中上吊自杀。出帝和太后给契丹主所上的表章,都先给张彦泽看过,然后才敢发出。

  帝使取内库帛数段,主者不与,曰:“此非帝物也。”又求酒于李崧,崧亦辞以他故不进。又欲见李彦韬,彦韬亦辞不往。帝惆怅久之。

  后晋出帝让人取几段内库的丝帛,管库的人不给,说:“这不是你的东西。”又向李崧要酒,李崧也用其它原因推托不送来。他又想见李彦韬,李彦韬也推辞不来,出帝为此惆怅了许久。

  冯玉佞张彦泽,求自送传国宝,冀契丹复任用。

  冯玉谄媚张彦泽,请求让自己送去传国之宝,希望契丹能再任用他。

  楚国夫人丁氏,延煦之母也,有美色。彦泽使人取之,太后迟回未与;彦泽诟詈,立载之去。

  楚国夫人丁氏,是石延煦的母亲,长得美丽。张彦泽派人去取来,太后迟疑徘徊不肯给,张彦泽大骂,把楚国夫人装上车就走。

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